" परमेश्वर तुझ तक आएगा"
चलते -चलते थक जाएगा,तब मंदिरों को जाएगा।
घुटने नमा , मस्तक झुका, हाथों को जोड़े जाएगा।
बंदे तू ऐसा काम कर, दुनिया को याद तू आएगा।
बस इंसानियत को याद रख, परमेश्वर तुझ तक आएगा।
ईश्वर को खोजा नहीं करते, हर पल तू उसको पाएगा।
इंसान है बस, इंसान बन,फिर ईश्वर को भी पाएगा।
रानी सोलंकी शिक्षक एवं गीतकार
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