Sunday, May 25, 2025
Thursday, May 15, 2025
गॉड,परमेश्वर तुझ तक आएगा
" परमेश्वर तुझ तक आएगा"
चलते -चलते थक जाएगा,तब मंदिरों को जाएगा।
घुटने नमा , मस्तक झुका, हाथों को जोड़े जाएगा।
बंदे तू ऐसा काम कर, दुनिया को याद तू आएगा।
बस इंसानियत को याद रख, परमेश्वर तुझ तक आएगा।
ईश्वर को खोजा नहीं करते, हर पल तू उसको पाएगा।
इंसान है बस, इंसान बन,फिर ईश्वर को भी पाएगा।
रानी सोलंकी शिक्षक एवं गीतकार
देवास मध्यप्रदेश +91 97533 18104
Wednesday, May 14, 2025
" प्रीत "
" प्रीत "
दे रही हूं तुम्हें प्रीत की वंदना,
बांध प्रेम - डोर साध मन की साधना।
चंचल, चपल नयन न्यारे,
मिश्री से मीठे बोल तुम्हारे।
गौर वर्ण पर तीक्ष्ण नक्श,
रसीला कहने आतुर सुराहीदार कंठ।
कद - काठी सादी धारी पर,
कलम उतारे बुद्धिशाली हस्त- लेखन।
मृगनयनी से नयन लिए हो,
उस पर मृगतृष्णा और गति मृग- सी ।
सब खातिर भरा हृदय विशाल,
पीड़ा सब संग सह- सह करके,
शब्दों से दे आधी पीर निकाल।
तुम संग रंग में रंग - रंग हम भी,
प्रीत की प्रीत से ओतप्रोत हैं|
प्रीत की प्रीत से अभिभूत हैं।
" श्री " (रानी सोलंकी) देवास मध्यप्रदेश